मेरे विचार.. by DEEPCHANDRA SRIVASTAVA is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivs 3.0 Unported License.
जिन्दगी की हकीकत, जिन्दगी ही जाने,
सैकड़ो है उसके चाहने वाले,
उनमे से एक हम उसके दीवाने।।
वो हसती है, तो हम भी हसते है,
वो रोती है, तो हम भी रोते है,
जब वो इन्तजार करती,
तब हम उसके साथ होते है।।
और जब उसके कदम डगमगाते है,
सम्भालने वालो मे सबसे पहले हमारे हाथ होते है।।
उसकी आँखो से गिरा एक आँसू,
हमारी जिन्दगी मे सैलाब ले आता है।।
और उसके चेहरे की उदासी,
हमारे दिल की धड़कनो को बन्द कर जाता है।।
जब भी वो सफर तय करती,
तो हम उसके रास्ते बन जाते।।
और जब दुविधाओं के बादल छाते,
बरस कर हम उसकी मंजिल आसान कर जाते।।
जब उसका नादान दिल शरारते करता है,
तब हमारा दिल उसको छिपाकर,
खुशी-खुशी हरजाने को भरता है।।
अँधरे मे जब वो खुद को तलाशती है,
तब हम भी गुम हो जाते है,
जुगनूं बनकर हम उसे रौशनी दिखाते है।।
हर पल ये दिल कुछ ऐसा करता रहता है,
एक तमन्ना लिए फिरता रहता है।।
शायद उसकी तलाश इस बार हम पर खत्म हो जाए,
उन सैकड़ो चाहने वालो मे से,
उसकी नजर इस अन्जान दीवाने पर पड़ जाए।।